Diya Jethwani

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लेखनी कहानी -06-Jul-2022... सपनों की उड़ान..


रामलाल अपना सा मुंह लेकर घर की ओर आया...। घर आते ही उसने अपना सारा गुस्सा अपनी पत्नी सरला पर निकाला....। ना आव देखा ना ताव... रामलाल लात घूँसों से सरला को मारे जा रहा था...। सरला कुछ समझ ही नहीं पा रही थीं की अचानक ऐसा हुआ क्या...। वो रोती बिलखती.... पूछती रहीं... पर रामलाल तो जैसे हैवान हो चुका था...। घर से रोने चीखने की आवाजे सुन बाहर खेल रही परी भी भीतर की ओर भागती हुई आई...। भीतर आकर उसने देखा तो उसकी माँ जमीन पर गिरी हुई हैं ओर रामलाल अभी भी उस पर लातों से वार किए जा रहें थे...। परी ने इतने समय में कभी भी अपने पिता को इतने गुस्से में नहीं देखा था... कुछ पल के लिए तो वो भी बहुत डर गई थीं..। फिर भी हिम्मत करके वो अपनी माँ के पास गई ओर बोली :- बस करो बाबा.... माँ मर जाएगी...। 

परी की आवाज सुन रामलाल अपना आपा खो बैठा ओर उसने एक लात जोर से परी को भी दे मारी....। 

ये देख सरला के बर्दाश्त की हद हो गई ओर वो अपनी पूरी ताकत से उठते हुवे बोलीं :- बस करो.... बहुत हो गया... मुझ पर तो ठीक... लेकिन परी पर...उस पर हाथ उठाया आपने.... आपको तनिक भी शर्म नहीं आई...! 

शर्म.... मुझे.... अरे शर्म लाने लायक रखा ही कहाँ हैं तुम दोनों ने...। बरसों से कमाई मेरी इज्जत को खाक में मिला दिया तुम दोनों ने...। 


हमने... हमने क्या किया..! 

साली.... हरामखोर....अभी भी मुझसे पुछ रही हैं... अरी कुल्टा.... बदनाम कर दिया.... तेरी इस छोरी ने.... नाक कटवा दी पूरी बिरादरी में...। 


बात क्या हैं... साफ़ साफ़ बोलो...। 


इस.... इस #### ने ना जाने किसके मोबाइल से अपना नचनियों वाला डांस इंटरनेट पर डाल दिया हैं....। विडियो देख कर मेरी आंखें नीची हो जाएं.... ऐसा....। अपनी उम्र से कुछ ज्यादा ही आगे निकल गई हैं तेरी छोरी.... ओर यो सब तेरी लापरवाही का नतीजा है...। तुने ठीक से इसका कभी ध्यान नही रखा... तभी आज ये गुल खिला कर आई हैं तेरी छोरी.....। अरे मेरे तो कर्म फूट गए.... ना जाने कौनसी मनहूस घड़ी में पैदा किया था इस ह#### को....। 


विडियो..... कैसी विडियो... मणे तो कोई विडियो ना बनाई इसकी.... ना ही कही पर डाली हैं.... आपको जरूर कोई गलतफहमी हुई हैं..। अरे मारी छोरी विडियो डालेगी कहा से.... हमारे पास तो वो नेट वाला फोन ही नहीं है.... तनिक विचार तो करो...। 


वो जाकर उस नालायक से पुछ.... जो गाँव भर के लोगों के काम कर करके विडियो बनवाती हैं.... उसी ने किसी से कहकर डलवाई होगी....। 


क्यूँ री छोरी.... क्या कह रहे है तेरे बापू.... किससे कहकर ओर किससे पूछकर तुने विडियो डाली.... बोल.... वरना मैं भी तेरी चमड़ी उधेड़ दूंगी..। 


परी जो जमीन पर दर्द से कराह रहीं थीं.....। उस पर उन दोनों का ध्यान ही नहीं था..। वो कुछ बोलने की हालत में ही नहीं थी...। 

सरला उसके पास आई ओर देखा तो वो दर्द से कराह रही हैं ओर उसके नीजी अंगो से खून की धार बह रही हैं...। सरला ये सब देखकर बहुत डर गई...।वो जोर से चीखी.... अजी.... जल्दी इधर आइये.... वो परी.... खून....। 

खून सुनते ही रामलाल भी डर गया... वो अपना गुस्सा भूलकर दौड़ता हुआ आया ओर देखा तो परी के गुप्तांग से खून बह रहा हैं...। परी अपने दोनों हाथ पेट पर रखकर दर्द से कराह रही थीं...। 

सरला :- हमें इसे तुरंत डाक्टर के पास ले जाना चाहिए..। 

रामलाल :- अरे इसमें डाक्टर को दिखाने की क्या जरूरत हैं.... ये सब तो तुम औरतो को होता ही हैं ना..! 

सरला :- आप कैसी बातें कर रहें हो.... ये अभी सिर्फ दस बरस की हैं...। 

रामलाल :- हां तो.... उम्र से जल्दी बड़ी हो रही हैं तेरी छोरी... उसका नाच देखकर मैं तो पहले ही समझ चुका था...। अभी ये सब नौटंकी छोड़...ओर वो कर जो करना चाहिए... कोई डाक्टर वाक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं हैं...। कल सवेरे होतें ही वैसे भी ये गाँव छोड़ कर जा रहें हैं हम...। 


सरला :- गाँव छोड़ कर...लेकिन क्यूँ...। 

वो मुखिया ने धमकी दी हैं.... आज के आज गाँव से चले जाएं... वरना पंचायत के सामने सबको विडियो दिखाकर हमारी बची खुची इज्जत भी..... अभी ये सब छोड़.... जा छोरी को भीतर ले जा.... ओर सामान बांध जल्द से जल्द...। मुझे कोई बहस नहीं करनी अब इस बारे में...। 


सरला सहारा देते हुए परी को भीतर लेकर गई और उसे नहला धुलाकर....। साफ सफाई कर.... दर्द निवारक दवाई देकर सामान बांधने में लग गई....। 

कुछ देर बाद.... 
परी :- माँ.... तु तो मेरा विश्वास कर... मैने सच में कोई विडियो नहीं डाली...। 

सरला :- अब उन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता छोरी.... तेरे बाऊजी ने अब कुछ नहीं सुनना हैं... कुछ नहीं समझना हैं...। लेकिन मेरी समझ में तो यो भी नहीं आ रहा तु इतनी जल्दी कैसे बड़ी हो गई..। यो सब तो बारह तेरह बरस में होये हैं...। तु तो अभी दस बरस की हैं...। पता नहीं भगवान क्या परीक्षा ले रहा हैं मारी...। 


क्या परी ऐसे हार मानकर गाँव छोड़ देगी... 
जानने के लिए अगला भाग जरूर पढ़ें...। 

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5 Comments

Chetna swrnkar

17-Aug-2022 07:52 PM

Behtarin rachana

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Seema Priyadarshini sahay

17-Aug-2022 05:02 PM

बेहतरीन रचना

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बहुत खूब...लिखा है...

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